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Lok Sabha Elections 2024: आगामी लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले चुनाव आयोग लगातार राज्यों का दौरा कर तैयारियों का जायजा ले रहा है. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में ईसीआई की टीम 11-12 मार्च के लिए दो दिवसीय जम्मू-कश्मीर के दौरे पर है. अपने दौरे के दौरान सीईसी राजीव कुमार ने राज्य के राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ अहम मीटिंग भी की है. इस दौरान राजनीतिक दलों की ओर से लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने की इच्छा भी जताई गई है.
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, मुख्य चुनाव आयुक्त के साथ मुलाकात के दौरान नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी, कांग्रेस और गुलाम नबी आजाद की डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी जम्मू-कश्मीर में दोनों चुनाव एक साथ कराने पर सहमत हैं. राजनीतिक दल चाहते हैं कि ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ की शुरुआत जम्मू-कश्मीर से की जाए.
जम्मू-कश्मीर में पिछले 6 साल से नहीं हुए चुनाव
राजनीतिक दलों का कहना है कि जम्मू-कश्मीर में पिछले 6 साल से चुनाव नहीं हो पाए हैं जोकि अभी राष्ट्रपति शासन के अधीन है. केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में अप्रैल/मई में छह लोकसभा सीटों के लिए आम चुनाव होंगे. नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता नासिर सोगामी और पूर्व कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ की संभावनाएं तलाशने वाले आयोग का हिस्सा भी हैं. उन्होंने दावा किया है कि लोग विधानसभा चुनावों को लेकर ज्यादा चिंतित हैं.
आजाद ने यह भी कहा, “मैं जम्मू-कश्मीर में एक साथ चुनाव के पक्ष में हूं. मैं आधी रात में भी चुनाव के लिए तैयार हूं, लेकिन जम्मू-कश्मीर के लोग लोकसभा चुनावों की तुलना में पहले विधानसभा चुनाव के लिए ज्यादा चिंतित हैं.
पीडीपी-एनसी का रहा अनंतनाग-राजौरी सीट पर कब्जा
मौजूदा समय में नेशनल कॉन्फ्रेंस के हसनैन मसूदी के कब्जे वाली अनंतनाग-राजौरी संसदीय सीट से गुलाम नबी आजाद के चुनाव लड़ने के कयास भी लगाए जा रहे हैं. हालांकि, यह सीट घूम फिरकर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और नेशनल कॉन्फ्रेंस के पास ही रही है.
गुलाम नबी ने अनंतनाग-राजौरी संसदीय सीट से चुनाव लड़ने से इनकार भी नहीं किया है. उन्होंने कहा, ”अधिकांश लोगों की इच्छा है कि मैं यहां से चुनाव लड़कर संसद में जाऊं.”
‘राज्य चुनाव काफी समय से लंबित’
वरिष्ठ एनसी नेता सोगामी ने कहा कि एनसी ने केंद्र शासित प्रदेश में एक साथ चुनाव कराने की भी मांग चुनाव आयोग से की थी. उन्होंने कहा कि यह (एक साथ चुनाव) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के सपने के अनुरूप भी है. यहां राज्य चुनाव काफी समय से लंबित हैं. सोगामी ने यह भी कहा कि पार्टी लोकसभा और विधानसभा चुनावों के लिए समान अवसर देने की मांग करती है.
सोमवार को मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में चुनाव आयोग की टीम ने अलग-अलग राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की. वहीं, ईसीआई केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारियों से पहले ही मुलाकात कर चुका है.
केंद्र से 600 अर्धसैनिक कंपनियों की तैनाती की मंजूरी
जम्मू-कश्मीर में सुरक्षित चुनाव सुनिश्चित कराने के लिए केंद्र सरकार की ओर से पहले ही 600 अर्धसैनिक कंपनियों की तैनाती की मंजूरी दे दी गई है. इतने बड़े स्तर पर सुरक्षा बलों की तैनाती मौजूदा सुरक्षा सेट-अप के अतिरिक्त की गई है.
बीजेपी का दावा- एक साथ दोनों चुनाव को तैयार
बीजेपी के एक प्रतिनिधिमंडल ने भी चुनाव आयोग की टीम से मुलाकात की. प्रतिनिधिमंडल ने यह भी दावा किया है कि बीजेपी जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है. हालांकि, पार्टी ने तारीखों की घोषणा चुनाव आयोग के विवेक पर छोड़ दी है.
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